描述
सुरेन्द्र मोहन पाठक की कहानी में एक अनसुलझी पहेली का जाल बुनते हैं, जहाँ दो व्यक्तियों की हत्या एक दूसरे से उलझी हुई है। पाठक की लेखनी इस रहस्य को घर-घर पहुँचाने में सक्षम है, जो पाठकों को हर पन्ने के साथ और अधिक उत्सुक बनाती है।
कहानी के केंद्र में एक चतुर जांच अधिकारी है, जो दोनों हत्याओं के बीच के छोटे-से संकेतों को बारीकी से खोजता है। उस समय की सोच और तर्कशक्ति के जरिए वह उस काली रात की सच्चाई को खोजना चाहता है, जहां सब कुछ उलझा हुआ प्रतीत होता है। क्या वह इस जटिल अपराध का रहस्य सुलझा पाएगा, या यह केस उसे भी उलझा देगा?
कहानी के केंद्र में एक चतुर जांच अधिकारी है, जो दोनों हत्याओं के बीच के छोटे-से संकेतों को बारीकी से खोजता है। उस समय की सोच और तर्कशक्ति के जरिए वह उस काली रात की सच्चाई को खोजना चाहता है, जहां सब कुछ उलझा हुआ प्रतीत होता है। क्या वह इस जटिल अपराध का रहस्य सुलझा पाएगा, या यह केस उसे भी उलझा देगा?