खोटा सिक्का
توسط
सुरेन्द्र मोहन पाठक
هنوز رتبهبندی نشده است
فرمت
جلد نرم
صفحات
304
زبان
هندی
ناشر
Manoj Publications
توضیحات
जीत एक ऐसा चरित्र है जिसकी ज़िंदगी में असफलता और निराशा का अंधेरा छाया हुआ है। उसके पास जीवन की सभी चीज़ें हैं, लेकिन एक गहरी भावना होती है कि वो कुछ खास नहीं कर रहा। सुरेन्द्र मोहन पाठक ने इस पात्र को गहराई से चित्रित किया है, जो संघर्षों और आत्म-संदेह से जूझता है।
कहानी जीत के संघर्षों और उसकी पहचान की खोज के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां वह अपने अतीत की छायाओं से लड़ता है। पाठक ने मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से इस पात्र को प्रस्तुत किया है, जिससे पाठक उसकी पीड़ा और अंतर्द्वंद्व को महसूस कर सके। जीत की यात्रा एक प्रेरणादायक यात्रा है, जो अंततः उसे उसकी वास्तविकता का सामना करने के लिए मजबूर करती है।
कहानी जीत के संघर्षों और उसकी पहचान की खोज के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां वह अपने अतीत की छायाओं से लड़ता है। पाठक ने मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से इस पात्र को प्रस्तुत किया है, जिससे पाठक उसकी पीड़ा और अंतर्द्वंद्व को महसूस कर सके। जीत की यात्रा एक प्रेरणादायक यात्रा है, जो अंततः उसे उसकी वास्तविकता का सामना करने के लिए मजबूर करती है।
نقدها
هنوز نظری ثبت نشده است
اولین نفری باشید که این کتاب را نقد کرده و نظرات خود را به اشتراک میگذارید
اولین نقد را اضافه کنیدسابقه خواندن
گزارشهای خواندنی یافت نشد
برای مشاهده گزارشها در اینجا، شروع به ردیابی پیشرفت خواندن خود کنید
اضافه کردن اولین سابقه خواندن شمایادداشتها
گزارش تراکنشها
هیچ گزارش تراکنشی یافت نشد
برای مشاهده گزارشها در اینجا، شروع به ردیابی معاملات کتاب خود کنید
اضافه کردن اولین سابقه تراکنش شما